।।।।।।।।।।-# भ्रष्टाचार पर कव्वाली#-।।।।।।।।।।
दीपावली के शुभ अवसर पर पापा अपने परिवार को दीपावली गिफ्ट आइटम हेतु कव्वाली के माध्यम से संदेश भेजते हैं।
पापा ने अपनी बेटी को फोन घुमाया । 2।और कहा बेटी में देखना चाहता हूं, तुम्हारा मुस्कुराना आज गिफ्ट में क्या लाना है जरा मुझको बताना।
बेटी समझदार थी बेटी ने क्या कहा जरा ध्यान से सुनना।
पापा बेशक बदल गया है जमाना ,पापा बेशक बदल गया है जमाना ।भले ही मेरे लिए महंगा गिफ्ट आइटम मत लाना ।पर सारी दुनिया के पापाओ को यह बतलाना हम बेटियां भी चाहते हैं खिलखिलाना ।कभी कोई पापा अपनी बिटिया को गर्भ में ना मिटाना।
इसके पश्चात पापा ने अपने बेटे को फोन लगाया ,और कहा।
पापा ने अपने बेटे को फोन घुमाया ,पापा ने अपने बेटे को फोन घूम आया ,और कहा ।बेटा आप भी बता दो दीपावली के गिफ्ट आइटम मे क्या है लाना।
तो बेटा ने क्या सुंदर जवाब दिया, जरा ध्यान से समझना।
पापा मेरे लिए गिफ्ट आइटम ना लाना । पर सारी दुनिया के पापाओ को यह समझाना कि आप जिस गद्दी पर बैठे हो उसकी लाज निभाना। कहीं भ्रष्टाचार की लिस्ट में अपना नाम न लिखवाना शायद मेरे लिए गिफ्ट आइटम ना लाना।
इसके पश्चात पापा अपने बूढ़े मां-बाप को फोन लगाकर गिफ्ट आइटम का ग्रह कहते हैं ।तब बूढ़े मां-बाप क्या जवाब देते हैं ,
पापा नेअपनी बूढ़ी मां को फोन घुमाया ।।पापा ने अपनी बूढ़ी मां को फोन घुमाया और कहा मां बाबा से पूछ कर बताना ।,दीपावली का गिफ्ट आइटम क्या है लाना।
तब बूढ़ी मां ने क्या जवाब दिया जरा ध्यान से समझना।
बूढ़ी मां ने कहा बेटा हमारे लिए गिफ्ट आइटम ना लाना ।बेटा हमारे लिए गिफ्ट आइटम ना लाना ।पर सारे पापा ओं को यह समझाना कि जब तक बुढी मांं और दादा जिंदे है कभी आंगन में दीवार ना बनाना। बेझिझक गिफ्ट आइटम ना लाना।
इस प्रकार एक कव्वाली के माध्यम से भ्रष्टाचार कोसमझाया गया है।
 
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